अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
यह बात बहुत स्पष्ट है कि संसार में प्रत्येक प्राणी शक्तिवान, शक्तिमय होना चाहता है। …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
गुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यन्त आनन्द के साथ सम्पन्न हुआ। पूरे भारतवर्ष में भी सभी शिष्यों …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
एक बात तो स्पष्ट है संसार में प्रत्येक मनुष्य के मन में एक अर्जुन भाव है, अर्जुन भाव का …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक प्रश्न बार-बार आता है कि मेरा जीवन धर्म क्या है? …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
निखिल अवतरण दिवस, अमृत महोत्सव, ज्ञान पर्व, चेतना पर्व, निखिल आत्मभाव …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
शिवरात्रि महोत्सव में बहुत आनन्द आया, आप सभी के शिव भाव को नमन करता हूं। …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे। सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने॥ 22 जनवरी …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
बसन्त पंचमी माघ शुक्ल पंचमी को है और इसी दिन सरस्वती जयन्ती भी है। यह तो ज्ञान …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
नया वर्ष, नई उमंगें, नया उत्साह, नई मनोकामनाएं, नये लक्ष्य, ये सब आपके मन में …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
धर्मादर्थः प्रभवति धर्मात्प्रभवते सुखम्। धर्मेण लभते सर्वं धर्मसारमिदं जगत्॥ …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
दीपावली महापर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, आशीर्वाद। ज्योति से आलोकित यह …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
नवरात्रि का महापर्व आ रहा है, आप सभी शक्ति साधना के लिये तत्पर है …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
तपः स्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि क्रियायोगः॥ समाधिभावनार्थः क्लेशतनूकरणार्थश्च॥ …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
श्रीराममय निखिलमय दिव्य वातावरण में गुरु पूर्णिमा महोत्सव …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
आजकल आप सभी प्रकृति की लीला के सम्बन्ध में नित्य विचार …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
निखिल जन्मोत्सव अमृत महोत्सव के रूप में आप सभी ने सम्पन्न …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
अगणित उन्मादों के क्षण हैं, अगणित अवसादों के क्षण हैं, रजनी की …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
यह वेदवाक्य है – मनुष्य अमृत का पुत्र है, अमृत ही उसका स्वरूप है …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
आप सबकी चाहत है मेरे जीवन में आराम हो, मेरे जीवन में प्रसन्नता …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
चिदानन्द तुम हो, चिदानन्द मैं हूं, शिव तुम हो, शिव मैं हूं मुझमें तुम …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
आप सभी को नववर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नया वर्ष आया है और …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
एक बात तो निश्चित है कि आपमें गुरु प्रेम भरपूर है और आपने गुरु …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
शक्तिपर्व नवरात्रि और लक्ष्मी पर्व दीपावली आपने बहुत उत्साह से …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
मेरे पास मिलने एक साधक आया और कहा कि गुरुदेव मैंने जीवन …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
गुरु पूर्णिमा का भव्य महोत्सव आपके साथ सम्पन्न किया। शिष्य पूर्णिमा …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय साधकों,
शुभाशीर्वाद,
एक बात तो बिल्कुल पक्की है, आप सबको जीवन में शांति चाहिये, …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
गर्मी के इस भीषण ताप को सहन करते हुए आप सभी अपने-अपने कार्यों …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
आप सभी अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य कर रहे है, अपनी व्यक्तिगत जिन्दगी और …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
शक्ति के क्षेत्र पृथ्वी, आकाश, जल, नभ में हजारों-हजारों चमत्कारिक स्थान है। …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
महाशिवरात्रि का शिविर वाराणसी में भव्यतम् रूप में सम्पन्न हुआ। पूरे भारतवर्ष से …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
आज तुम यह स्पष्ट जान लो, जीवन का मार्गदर्शक ईश्वर शिव रुप में, गुरु रुप …अपनों से अपनी बात…
मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
बासन्तीय ॠतु चल रही है। पतझड़ समाप्त हो रहा है, अब फिर नई कोपलें उभरेगी …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद, शुभ हो नववर्ष,
सबसे पहले तो तुम यह विचार नहीं करोगे कि तुमने अपने जीवन का …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
उद्यमं साहसं धैर्यं विद्यां बुद्धिः पराक्रमः। षडेते यत्र वर्तन्ते तत्र दैव सहायकृत॥ परिश्रम, साहस, धैर्य, ज्ञान, विवेक, पराक्रम …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
दो सालों में पहली बार आप आनन्द से खुलकर दीपावली पर्व सम्पन्न कर रहे हैं। निश्चित रूप से आनन्द आ रहा है …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
शक्ति का महापर्व आश्विन नवरात्रि आ रहा है। शक्तिपर्व का बहुत जोश है आप सबमें। निखिल मंत्र विज्ञान साधक …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
श्रावण मास में शिव अभिषेक कर रहा था, जलधारा प्रवाहित हो रही थी और ॐ त्र्यम्बकं यजामहे… मंत्र …मेरे प्रिय आत्मन् शिष्य,
शुभाशीर्वाद,
गुरु पूर्णिमा का यह आनन्द पर्व पूरे संसार में, पूरे ब्रह्माण्ड में सम्पन्न हुआ। आकाश में, देवलोक में …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और आशीर्वाद। इस बार भी गुरु पूर्णिमा …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
बृहदारण्यक उपनिषद् का यह श्लोक बड़ा ही महत्वपूर्ण और भाव भरा है। गहन अर्थ लिये हुए है। …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
आप सबके मानस में बार-बार यह प्रश्न उठता है कि हम जीवन कैसे जीयें? जिससे आनन्द से रह सकें? …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
आज गुरु रूप में मैं तुम्हें कुछ विशेष बात कहना चाहता हूं। गुरु और शिष्य के सम्बन्ध में बात कहना चाहता हूं …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
हर-हर महादेव… फाल्गुन मास चल रहा है, आप सभी आनन्द और मस्ती में सदाशिव …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
तमादिमध्यान्तविहीनमेकं विभुं चिदानन्दरूपमद्भुतम्। …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
तुम हिम्मती हो, साहसी हो, साधक हो, चेतना युक्त प्रज्ञावान व्यक्तित्व हो।
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
बहुत अकेलापन अनुभव कर रहे हो ना, कुछ खाली-खाली लग रहा है।
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
दीपावली महापर्व आ रहा है। यह पर्व पूरे आनन्द के साथ, अपने परिवार के साथ सम्पन्न करना।
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
आज आपसे शक्ति भाव की व्याख्या कर रहा हूं, जीवन में हर किसी को शक्ति प्राप्ति की आकांक्षा
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
एक छोटी सी भाव कथा बताता हूं –
कहते है कि जब नदी समुद्र में प्रवेश करती है तो वह भय से
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आप सभी ने अपने घरों में पूर्ण भव्यता और आनन्द
…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
वर्तमान के सम्बन्ध में ही बात कहूंगा और आश्चर्य है कि तुम्हारी रुचि वर्तमान से अधिक भविष्य के प्रति है …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद, सबकुछ ठीक है और आगे अच्छा ही होगा। हर संक्रमण काल में मानव दैवीय शक्तियों …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद, सदैव प्रसन्न रहो,
इस बार निखिल महोत्सव आपने अपने-अपने घरों में …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद, आज की बात एक कथा के माध्यम से स्पष्ट करता हूं। एक बार नेवी …प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
न तत्र सूर्योभाति, न चन्द्र तारकं ना विद्युतो भाति, कुतोऽयमग्निः।
तमेव भान्तमनुभाति सर्व…प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
वर्ष 2020 प्रारम्भ हो गया है। आपने भी कुछ नये संकल्प अवश्य लिये होंगे। कुछ तो…अपनों से अपनी बात…
प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
नववर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी को आशीर्वाद, बहुत अच्छा….अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
दिसम्बर 2019 का अंक है और मुझे इस साल भर की यात्रा का…अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
नवरात्रि और दीपावली का खूब आनन्द आया। आपने भी…अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्,
शुभाशीर्वाद,
उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी, दैवेन देयं इति कापुरुषाः..अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, पूरे भावों के साथ अयोध्या में भगवान श्रीराम की छत्र छाया में दादा..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, एक कथा है जो मैं बार-बार पढ़ता हूं और हर बार एक..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आज मैं आपसे कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर रहा हूं। ये विषय..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, प्रसन्नो भव, आशीर्वाद, आप और मैं कई बार मिलते है, बार-बार मिलते है, कई..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, निखिल जन्मोत्सव अहो भाव उत्सव की बहुत-बहुत बधाई। आप मुझसे निरन्तर..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आप सब मेरे शिष्य हो, मैं आपको आत्मन कहकर संबोधित करता..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, कहीं एक जगह मैंने एक कहानी पढ़ी, एक गुरु और शिष्य..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आप दिल्ली आरोग्यधाम में आये, आप मेरे..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आ गया नया साल, सुहावना है मौसम, हल्की-हल्की ठण्ड में अपने ही मन..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी हम सब ने प्रकाश महोत्सव दीपावली पर्व अपने-अपने स्थानों पर विधि-विधान..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी मैंने एक कहानी सुनी, एक कॉफी शॉप का मालिक अपने..
शिव चक्र सहस्रार शक्तिपात महादीक्षा जब गुरु और शिष्य का मिलन होता है तो नेत्र शक्तिपात के साथ-साथ एक..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, पर्व ही पर्व आ रहे हैं, नवरात्रि, विजयादशमी, दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा..
शिक्षा परम आवश्यक है पर दीक्षा के बिना शिक्षा अधूरी है दीक्षा और शक्तिपात एक चिन्गारी है… दीक्षा एक बीज..
जीवन में दुःख आपको ढू़ंढ ही लेते हैं, पर ये दुःख के भाव एक अर्द्धविराम से ज्यादा नहीं हैं क्योंकि..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अरे भाई! आनन्द आ गया, रोम-रोम प्रसन्न हो गया हरिद्वार गुरु पूर्णिमा..
मेरा कर्म – मेरा फल मैं कर्त्ता – ईश्वर प्रदाता शिष्यः गुरुदेव, मेरी एक जिज्ञासा है विज्ञान की सुनें तो..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, मैं तो सदैव अपने मन की बात आपसे खुलकर करता हूं।..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तुम मेरे हो और जो तुम हो वह मैं हूं, मैं तुम्हारा..
श्री विद्या राज राजेश्वरी षोडशी त्रिपुर सुन्दरी आध्यात्मिकता और भौतिकता प्रदायक जीवन में चाहे किसी भी प्रकार का..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, हर दिन एक नया दिन है, पर जब तुम और मैं पास-पास..
साबर मंत्रों से सिद्ध छत्तीसा यंत्र चौबीसा यंत्र कामदेव यंत्र गंर्धव यंत्र यंत्रों से अंकित मुद्रिकाओं को धारण करते ही..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु जन्मोत्सव का आप सभी को बहुत-बहुत आशीर्वाद, आपने अपने-अपने स्थानों पर..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, एक सुन्दर यात्री कथा है, गांव-गांव में बतायी जाती है। किसी गांव..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी उत्सव के पर्व चल रहे हैं। महाशिवरात्रि का पर्व आपने धूमधाम से..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आपके साथ ब्रह्मवर्चस्व साधना समारोह, स्नेह मिलन..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, धर्मार्थकाममोक्षाणं शरीरं साधनं यतः। सर्वकार्येष्वन्तरङ्ग शरीरस्य हि रक्षणम्॥ धर्म, अर्थ,..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, और मां चली गई… 16 अक्टूबर अपराह्न का समय मैं..
साधना सामग्री क्यों आवश्यक साधना सामग्री की प्राण प्रतिष्ठा क्यों आवश्यक साधना सामग्री आपकी जिज्ञासाएं सद्गुरु समाधान साधना में सफलता..
ब्रह्मवर्चस्व शिष्याभिषेक महादीक्षा ॐ ब्रह्मानन्दं परम सुखदं केवलं ज्ञान मूर्तिं द्वन्द्वातीतम् गगन सदृशम् तत्त्वमस्यादि लक्ष्यम् जनमानस के मन में..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, जो मिलन का क्षण होता है, वह बड़ा ही प्यारा क्षण होता..
24-25 दिसम्बर 2017 ब्रह्मवर्चस्व शिष्याभिषेक महादीक्षा 18 वर्ष में तो एक पीढ़ी परिवर्तित हो जाती है और यह परिवर्तन..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, एक बच्चा था जन्म हुआ, जन्मते ही रोया। मां-बाप को वह..
कार्तिक माह 06 अक्टूबर 2017 से 04 नवम्बर 2017 कार्तिक मास के आप सभी को अग्रिम शुभकामनाएं न..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आज गुरु पूर्णिमा का महोत्सव सम्पन्न हुए करीब दो महीने होने जा..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, यह मास गुरु पूजन, साधना और शिव साधना का श्रावण मास है,..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, शिव ही शाश्वत हैं, शिव ही सत्य हैं, शिव ही सुन्दर हैं..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, सर्वप्रथम आप सभी को रायपुर अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई। आप सभी..
भगवान शिव ब्रह्माण्ड के प्रथम संन्यस्थ संन्यास स्वयं को संकल्पबद्ध करने की क्रिया संन्यास का सम्बन्ध वेशभूषा अथवा एक..
हर व्यक्ति की मनोकामना स्वयं का घर आज की दौड़ धूप से भरी जिन्दगी में हर इंसान का सपना..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आज मैं गुरु-शिष्य सम्बन्ध के बारे में आपसे सीधी बात करना चाहूंगा।..
महर्षि नारद उद्बोधित ‘दान’ जिसे समझना आवश्यक है राजा धर्मवर्मा ने ‘दान तत्व’ को जानने की इच्छा से बहुत..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मुझे महाकाल की नगरी उज्जैन जाने..
महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती – ये तीनों नाम जगन्नियन्ता परमात्मा की चितिशक्ति के हैं। शास्त्रकारों का दृढ़ विश्वास है कि..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, बसन्त पंचमी आई और आप लोगों ने सरस्वती पूजन कर इस उत्सव..
तुम मन के गुलाम हो या मन तुम्हारा गुलाम हो मन वशीकरण तो जगत् वशीभूत आत्मज्ञान का अर्थ ही है..
पारद शिवलिंग को लेकर हमारे शास्त्रों में स्पष्ट उल्लेख है – केदारदोनि लिंगानि, पृथिव्यां यानि कानिचित्। तानि दृष्ट्ंवासु यत्पुण्यतत्पुण्यं..
पुराणों मे शिवरात्रि का वर्णन और महत्व पुराणों में महाशिवरात्रि को लेकर कई तरह के वृत्तांत हैं। मूल कथा..
एक तन एक मन मुक्ति का परमानन्द बार-बार मुड़ कर पीछे न देखिये आपके सामने आपका भविष्य है अतीत का..
भगवान सदाशिव और उनके गण भगवान शिव पशुपति, त्र्यम्बक, पुष्टिवर्धन, नीलकण्ठ, चन्द्रशेखर है। भगवान शिव के गण यक्ष, गन्धर्व, योगिनियां,..
चेतना का रूपान्तरण सुप्त शक्ति से जाग्रत शक्ति शक्ति की सम्पन्नता दुःख और सुख की परिभाषा क्या है? सुख..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आप मेरे पास दिल्ली आरोग्यधाम में आए,..
मित्र रूपा कपिला योगिनी पूरे-पूरे तंत्र-शास्त्र को अपने में आत्मसात् किये, कपिला योगिनी अपने सिद्ध साधक में भर देती..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ कालचक्र..
प्रेम और समर्पण मनुष्य मन का सर्वोत्तम भाव खिल जाता है अस्तित्व निखर जाता है व्यक्तित्व प्रेम एक अद्भुत..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर दिल्ली आरोग्यधाम में गुरु शिष्य मिलन समारोह..
24-25 दिसम्बर 2016 आरोग्यधाम, दिल्ली उत्तरोत्तर प्रगति यात्रा राज्याभिषेक से सम्राटाभिषेक सद्गुरु द्वारा शिष्य को वरदान सम्राटाभिषेक महादीक्षा जब..
साधक जीवन्त ऊर्जा का प्रवाह क्यों कभी-कभी व्यक्ति एकदम निराश हो जाता है? क्यों कभी-कभी आशंका मन में..
अध्यात्म से साक्षात्कार ज्ञानशक्ति समारूढं तत्त्वमाला विभूषितम्। भुक्ति मुक्ति प्रदातारं तस्मै श्री गुरवै नमः॥ जो पूर्ण ज्ञान की..
अज्ञात भविष्य काल की यात्रा अज्ञात रहस्यों की खोज ज्ञान नेत्र जाग्रति यों तो हमारे बाह्य नेत्र देखते..
मुक्त जीवन का शुभारम्भ गृहस्थ जीवन में वैराग्य आनन्द से परमानन्द की यात्रा मैं कौन हूं?, मैं ये..
श्रीयंत्र यंत्र शिरोमणी महानतम् यंत्र शिव और शक्ति का सम्पूर्ण स्वरूप श्रीयंत्र श्रीविद्या त्रिपुर सुन्दरी ललिता देवी का..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, साधना का सबसे बड़ा महापर्व, शक्ति पर्व जिसे हजारों-हजारों साधकों ने भुवनेश्वरी..
गुरु की ऊर्जा प्रवाह यंत्र और प्राण प्रतिष्ठा यह तो सभी जानते हैं कि संसार के सारे पदार्थ पांच..
कैलाश मानसरोवर यात्रा सद्गुरुदेव के साथ मई-जून 2017 में कैलाश मानसरोवर वह पवित्र स्थान हैं, जिसे भगवान शिव का..
24-25 दिसम्बर 2016 आरोग्यधाम दिल्ली सम्राटाभिषेक दीक्षा साधना का सर्वोत्तम शिखर निखिल ध्वज हाथ में सर्वत्र विजय साथ..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नवरात्रि के शक्ति पर्व की आपको हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद, आप यह..
क्या कर्म का फल प्राप्त होता है? कर्म और फल सिद्धान्त वर्तमान कर्म, क्रियमाण कर्म, संचित कर्म और प्रारब्ध कर्म..
तुम ज्ञानी हों अब समझदार बन जाओं प्रश्न – गुरुदेव ‘मैं’ बहुत होशियार हूं, ‘मैं’ बहुत पढ़ा लिखा हूं और..
तुम निर्बल नहीं सबल हो जीवन्त साधक रुकों नहीं तुम बढ़े चलो… बढ़े चलो… जाग्रत करो कर्म भाव से अपनी..
साधनात्मक जीवन में सफलता निरन्तरता श्रद्धा और विश्वास निरन्तर ध्यान और स्मृति स तु दीर्घकाल नैरंतर्य सत्काराऽऽसेवितो दृढ़भूमिः॥ श्रद्धा पूर्वक..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु पूर्णिमा महोत्सव में बड़ा ही आनन्द आया। एक महीना बीत..
क्या श्रीकृष्ण की नीति आज भी सार्थक है? कृष्ण नीति व्याख्या अपने ही कामों में अपने आपको पूरी तरह..
Pleasure. Happiness and Joy: three words often used interchangeably, still a lot different. Pleasure pertains to the body, happiness relates..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व की आपको बहुत-बहुत बधाई। चारों ओर..
मेरे सद्गुरु सब ओर आप ही आप हैं यह शरीर यह मन यह भाव सब आपका है हजारों लाखों वर्षों..
जीवन सिद्धान्त सुख की मात्रा = पूर्ण हुई इच्छाओं की संख्या/ मन में स्थित इच्छाओं की संख्या ठहर रे मनवा..
या देवी सर्व भुतेषु स्त्री रुपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ नारी शक्ति रुप में स्त्री शक्ति नारी..
सद्गुरु तत्व मैंने समझा गुरु को… तो समझ गया खुद को… देह भाव से देखने में, श्री गुरु भी..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, सूयदेवता अपने प्रचण्ड स्वरूप में हैं, भीषण गर्मी से पूरा देश तप रहा..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, उपनिषद् का एक वाक्य सद्गुरुदेव बार-बार कहते थे – पूर्णमदः पूर्णमिदं… इस..
GRACE OF GURU GURU GIVES US WINGS Perfect. Flawless. The credit goes to the Guru whose grace ignites the divinity..
कृष्ण, बलराम और राक्षस राक्षस इतना छोटा कैसे हो गया प्रेरणादायक आख्यान महाभारत काल की बात है। एक बार कृष्ण..
योजना पूर्ण कार्य निश्चित लक्ष्य प्राप्ति मैं अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहता हूं पर हर बार हार जाता हूं, यही..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तुम मुझसे मिलने आते हो, कुछ देर मेरे पास बैठते हो, कुछ अपनी..
सफलता का सरल सिद्धान्त पांच बाते अपना लीजिए आपकी सफलता निश्चित है काम करना और काम में सफल होना इतना..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आपका और मेरा घनिष्टतम् सम्बन्ध है और इसी कारण आप अपने मन की..
आवश्यक है प्रत्येक शिष्य हेतु शमन दीक्षा पूर्व जन्मकृत दोषों का निवारण शमन का सीधा अर्थ है – समाप्त..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तीन-तीन महापर्व आ रहे हैं, सर्वप्रथम महाशिवरात्रि आ रही है, जो..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष के शुभारम्भ पर आप सबको बहुत-बहुत बधाई और मेरा आशीर्वाद। यह..
सृष्टि का आधार शिव और शक्ति का मिलन शिव और शक्ति का रहस्य शिव इस सृष्टि का परम सत्य हैं..
जिन्दा नहीं जीवन्त बनिये जिन्दगी जिन्दादिली का नाम है मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते है सजग भाव से इच्छानुसार..
शक्ति का महाभण्डार आपका अचेतन मन अचेतन मन की शक्ति का उपयोग करें अचेतन मन को आज्ञा दें अचेतन मन..
Beyond and above all forms of mortal relationships exists Guru, the supreme entity and the ultimate truth. In him reside..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आप लोगों से मैं तो रोज ही बात करता हूं, अपने मन की..
तत्वमसि : तत्वम्+असि निखिल अविरल प्रकाश पथ शरीर से प्राण तत्व की यात्रा अज्ञान से पूर्ण ज्ञान की..
26-27 दिसम्बर 2015 महाबोधि तत्वमसि दीक्षा गुरु कृपा का विस्तार शिष्य में अमृत सिंचन जय गुरुदेव… जय गुरुदेव…..
साधक साक्षी गुरु कृपा बरसती है गुरु ही तो बाधाएं हरण करते है गुरु कृपा ही केवलम्… गुरु कृपा..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, रविन्द्रनाथ टैगोर की एक कविता मुझे बहुत पसंद आती है, उनकी वह..
दीपावली और स्वच्छता दीपावली भगवती महालक्ष्मी का ऐसा पर्व है, जिसकी तैयारी बड़े ही जोश के साथ की जाती..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, तुम मेरी कुछ बातों को जान लो, समझ लो। सबसे पहले तुम यह..
स्वयं की शक्ति आप ईश्वर की अनमोल कृति हैं अच्छा ही होगा – अच्छा ही होगा विचार मंथन और क्रिया..
मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठायुक्त श्रीयंत्र क्या विशेषता है श्रीयंत्र में? क्यों लक्ष्मी का वास माना जाता है श्रीयंत्र में? कैसे..
Surrender Your Self Dedicate Your Self Release Your ego In the humdrum of life, things move at a frantic pace..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आज कुछ मन की लिखता हूं – बोलने से अधिक मौन..
बार-बार गलतियां न दोहरायें सकारात्मक संकल्प से जीवन बदलें सफलता का मार्ग सरल नहीं होता आपकी कमजोरी, तब तक..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, बहुत-बहुत बधाई… गुरु पूर्णिमा महोत्सव में बड़ा ही आनन्द आया। पुरी..
गुर-शिष्य सम्बन्ध भाव – अनुभूति निश्चिंत, निर्द्वन्द, निर्भय गुरु ही मेरी आस्था गुरु ही मेरा भरोसा ..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै ‘न’ काराय नम: शिवाय॥..
कौन समझेगा? कौन समझायेगा? यह प्रश्न बड़ा विचित्र है? अपना आंकलन करिये अपने आप पर ध्यान दें मनुष्य..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, अभी पूरे देश में भीषण ग्रीष्म ॠतु का प्रवाह चल रहा है। इस..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, निखिल जयंती के शुभ अवसर पर पटना में विशेष ‘जन्मोत्सव साधना शिविर’ कार्यक्रम..
ज्वलंत प्रश्न सरल समाधान स्वयं समझना है स्वयं विचार करना है अधिकार निर्बलता इच्छा-आशा दण्ड प्रार्थना समर्पण सुख-सुविधा संस्कार श्रेष्ठता..
साधना चक्र आध्यात्मिक उन्नति का सोपान बुद्धि से ज्ञान की यात्रा अज्ञात रहस्यों की खोज साधना सिद्धि का क्रमबद्ध विकास..
संकल्प सिद्धि दिवस संन्यास सिद्धि दिवस आषाढ़ कृष्ण द्वितीया 4 जून 2015 सिद्धाश्रम जयन्ती संस्कार प्राप्ति महादिवस आषाढ़ कृष्ण नवमी..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में उन्नति करना चाहता है और उसकी प्रथम..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, हर हर महादेव, बम-बम बोल…, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः..
अपनों से अपनी बात…प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आप सभी साधकों, शिष्यों को बहुत-बहुत आशीर्वाद, आप तो एक के बाद, एक कमाल..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नववर्ष के प्रारम्भ में वसंत ॠतु के आगमन पर उल्लास के इस..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नये वर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई, अभिनन्दन,..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, एक पूरा साल बीत रहा है, पूरे साल में जो भी घटनाएं घटित..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, इस बात की मुझे प्रसन्नता है कि आप सबने मेरी आज्ञा का पालन..
अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नवरात्रि के पावन पर्व और महालक्ष्मी कल्प के शुभ अवसर पर मैं आपको..
In this edition, Gurudev Nandkishore Shrimali talks about Guru poornima shivir, Union of Shiv-Shakti at Amarnath and essence of dedication..
In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali talks about how one take a journey within ones heart to realise SadGurudev,
In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali invites all his shisyas to Guru Poornima Shivir at Haridwar,
In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali talks about happiness, Click here to read the editorial Jun 2014
Siddhashram is a boon, bestowed upon mankind, from our ancestors, saints, sages & Yogis of high order. This is synonymous..
Day and night might be divisions for those who dwell on the lower octaves of a mundane existence, but for..
CHANTING MANTRAS TO LEAD A FULFILLING LIFE Intense desire(इच्छाशक्ति) coupled with discipline of mind and concentration is necessary to achieve..
Searching God as if searching for an object is incorrect. God is not an object, it is the name of..
Eight natural therapists are available to you. These are: Air, Sleep, Thoughts, Exercise, Sun, Fasting, Water and Food. Don’t be..
The most pious spot in the house is one’s place of worship. It is a place where one can sit..