- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, पूरे भावों के साथ अयोध्या में भगवान श्रीराम की छत्र छाया में दादा..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, एक कथा है जो मैं बार-बार पढ़ता हूं और हर बार एक..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आज मैं आपसे कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर रहा हूं। ये विषय..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, प्रसन्नो भव, आशीर्वाद, आप और मैं कई बार मिलते है, बार-बार मिलते है, कई..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, निखिल जन्मोत्सव अहो भाव उत्सव की बहुत-बहुत बधाई। आप मुझसे निरन्तर..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आप सब मेरे शिष्य हो, मैं आपको आत्मन कहकर संबोधित करता..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, कहीं एक जगह मैंने एक कहानी पढ़ी, एक गुरु और शिष्य..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आप दिल्ली आरोग्यधाम में आये, आप मेरे..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आ गया नया साल, सुहावना है मौसम, हल्की-हल्की ठण्ड में अपने ही मन..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी हम सब ने प्रकाश महोत्सव दीपावली पर्व अपने-अपने स्थानों पर विधि-विधान..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी मैंने एक कहानी सुनी, एक कॉफी शॉप का मालिक अपने..
- शिव चक्र सहस्रार शक्तिपात महादीक्षा जब गुरु और शिष्य का मिलन होता है तो नेत्र शक्तिपात के साथ-साथ एक..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, पर्व ही पर्व आ रहे हैं, नवरात्रि, विजयादशमी, दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा..
- शिक्षा परम आवश्यक है पर दीक्षा के बिना शिक्षा अधूरी है दीक्षा और शक्तिपात एक चिन्गारी है… दीक्षा एक बीज..
- जीवन में दुःख आपको ढू़ंढ ही लेते हैं, पर ये दुःख के भाव एक अर्द्धविराम से ज्यादा नहीं हैं क्योंकि..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अरे भाई! आनन्द आ गया, रोम-रोम प्रसन्न हो गया हरिद्वार गुरु पूर्णिमा..
- मेरा कर्म – मेरा फल मैं कर्त्ता – ईश्वर प्रदाता शिष्यः गुरुदेव, मेरी एक जिज्ञासा है विज्ञान की सुनें तो..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, मैं तो सदैव अपने मन की बात आपसे खुलकर करता हूं।..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तुम मेरे हो और जो तुम हो वह मैं हूं, मैं तुम्हारा..
- श्री विद्या राज राजेश्वरी षोडशी त्रिपुर सुन्दरी आध्यात्मिकता और भौतिकता प्रदायक जीवन में चाहे किसी भी प्रकार का..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, हर दिन एक नया दिन है, पर जब तुम और मैं पास-पास..
- साबर मंत्रों से सिद्ध छत्तीसा यंत्र चौबीसा यंत्र कामदेव यंत्र गंर्धव यंत्र यंत्रों से अंकित मुद्रिकाओं को धारण करते ही..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु जन्मोत्सव का आप सभी को बहुत-बहुत आशीर्वाद, आपने अपने-अपने स्थानों पर..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, एक सुन्दर यात्री कथा है, गांव-गांव में बतायी जाती है। किसी गांव..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी उत्सव के पर्व चल रहे हैं। महाशिवरात्रि का पर्व आपने धूमधाम से..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आपके साथ ब्रह्मवर्चस्व साधना समारोह, स्नेह मिलन..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, धर्मार्थकाममोक्षाणं शरीरं साधनं यतः। सर्वकार्येष्वन्तरङ्ग शरीरस्य हि रक्षणम्॥ धर्म, अर्थ,..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, और मां चली गई… 16 अक्टूबर अपराह्न का समय मैं..
- साधना सामग्री क्यों आवश्यक साधना सामग्री की प्राण प्रतिष्ठा क्यों आवश्यक साधना सामग्री आपकी जिज्ञासाएं सद्गुरु समाधान साधना में सफलता..
- ब्रह्मवर्चस्व शिष्याभिषेक महादीक्षा ॐ ब्रह्मानन्दं परम सुखदं केवलं ज्ञान मूर्तिं द्वन्द्वातीतम् गगन सदृशम् तत्त्वमस्यादि लक्ष्यम् जनमानस के मन में..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, जो मिलन का क्षण होता है, वह बड़ा ही प्यारा क्षण होता..
- 24-25 दिसम्बर 2017 ब्रह्मवर्चस्व शिष्याभिषेक महादीक्षा 18 वर्ष में तो एक पीढ़ी परिवर्तित हो जाती है और यह परिवर्तन..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, एक बच्चा था जन्म हुआ, जन्मते ही रोया। मां-बाप को वह..
- कार्तिक माह 06 अक्टूबर 2017 से 04 नवम्बर 2017 कार्तिक मास के आप सभी को अग्रिम शुभकामनाएं न..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आज गुरु पूर्णिमा का महोत्सव सम्पन्न हुए करीब दो महीने होने जा..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, यह मास गुरु पूजन, साधना और शिव साधना का श्रावण मास है,..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, शिव ही शाश्वत हैं, शिव ही सत्य हैं, शिव ही सुन्दर हैं..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, सर्वप्रथम आप सभी को रायपुर अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई। आप सभी..
- भगवान शिव ब्रह्माण्ड के प्रथम संन्यस्थ संन्यास स्वयं को संकल्पबद्ध करने की क्रिया संन्यास का सम्बन्ध वेशभूषा अथवा एक..
- हर व्यक्ति की मनोकामना स्वयं का घर आज की दौड़ धूप से भरी जिन्दगी में हर इंसान का सपना..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आज मैं गुरु-शिष्य सम्बन्ध के बारे में आपसे सीधी बात करना चाहूंगा।..
- महर्षि नारद उद्बोधित ‘दान’ जिसे समझना आवश्यक है राजा धर्मवर्मा ने ‘दान तत्व’ को जानने की इच्छा से बहुत..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, अभी महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मुझे महाकाल की नगरी उज्जैन जाने..
- महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती – ये तीनों नाम जगन्नियन्ता परमात्मा की चितिशक्ति के हैं। शास्त्रकारों का दृढ़ विश्वास है कि..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, बसन्त पंचमी आई और आप लोगों ने सरस्वती पूजन कर इस उत्सव..
- तुम मन के गुलाम हो या मन तुम्हारा गुलाम हो मन वशीकरण तो जगत् वशीभूत आत्मज्ञान का अर्थ ही है..
- पारद शिवलिंग को लेकर हमारे शास्त्रों में स्पष्ट उल्लेख है – केदारदोनि लिंगानि, पृथिव्यां यानि कानिचित्। तानि दृष्ट्ंवासु यत्पुण्यतत्पुण्यं..
- पुराणों मे शिवरात्रि का वर्णन और महत्व पुराणों में महाशिवरात्रि को लेकर कई तरह के वृत्तांत हैं। मूल कथा..
- एक तन एक मन मुक्ति का परमानन्द बार-बार मुड़ कर पीछे न देखिये आपके सामने आपका भविष्य है अतीत का..
- भगवान सदाशिव और उनके गण भगवान शिव पशुपति, त्र्यम्बक, पुष्टिवर्धन, नीलकण्ठ, चन्द्रशेखर है। भगवान शिव के गण यक्ष, गन्धर्व, योगिनियां,..
- चेतना का रूपान्तरण सुप्त शक्ति से जाग्रत शक्ति शक्ति की सम्पन्नता दुःख और सुख की परिभाषा क्या है? सुख..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर आप मेरे पास दिल्ली आरोग्यधाम में आए,..
- मित्र रूपा कपिला योगिनी पूरे-पूरे तंत्र-शास्त्र को अपने में आत्मसात् किये, कपिला योगिनी अपने सिद्ध साधक में भर देती..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ कालचक्र..
- प्रेम और समर्पण मनुष्य मन का सर्वोत्तम भाव खिल जाता है अस्तित्व निखर जाता है व्यक्तित्व प्रेम एक अद्भुत..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष की पूर्व संध्या पर दिल्ली आरोग्यधाम में गुरु शिष्य मिलन समारोह..
- 24-25 दिसम्बर 2016 आरोग्यधाम, दिल्ली उत्तरोत्तर प्रगति यात्रा राज्याभिषेक से सम्राटाभिषेक सद्गुरु द्वारा शिष्य को वरदान सम्राटाभिषेक महादीक्षा जब..
- साधक जीवन्त ऊर्जा का प्रवाह क्यों कभी-कभी व्यक्ति एकदम निराश हो जाता है? क्यों कभी-कभी आशंका मन में..
- अध्यात्म से साक्षात्कार ज्ञानशक्ति समारूढं तत्त्वमाला विभूषितम्। भुक्ति मुक्ति प्रदातारं तस्मै श्री गुरवै नमः॥ जो पूर्ण ज्ञान की..
- अज्ञात भविष्य काल की यात्रा अज्ञात रहस्यों की खोज ज्ञान नेत्र जाग्रति यों तो हमारे बाह्य नेत्र देखते..
- मुक्त जीवन का शुभारम्भ गृहस्थ जीवन में वैराग्य आनन्द से परमानन्द की यात्रा मैं कौन हूं?, मैं ये..
- श्रीयंत्र यंत्र शिरोमणी महानतम् यंत्र शिव और शक्ति का सम्पूर्ण स्वरूप श्रीयंत्र श्रीविद्या त्रिपुर सुन्दरी ललिता देवी का..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, साधना का सबसे बड़ा महापर्व, शक्ति पर्व जिसे हजारों-हजारों साधकों ने भुवनेश्वरी..
- गुरु की ऊर्जा प्रवाह यंत्र और प्राण प्रतिष्ठा यह तो सभी जानते हैं कि संसार के सारे पदार्थ पांच..
- कैलाश मानसरोवर यात्रा सद्गुरुदेव के साथ मई-जून 2017 में कैलाश मानसरोवर वह पवित्र स्थान हैं, जिसे भगवान शिव का..
- 24-25 दिसम्बर 2016 आरोग्यधाम दिल्ली सम्राटाभिषेक दीक्षा साधना का सर्वोत्तम शिखर निखिल ध्वज हाथ में सर्वत्र विजय साथ..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नवरात्रि के शक्ति पर्व की आपको हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद, आप यह..
- क्या कर्म का फल प्राप्त होता है? कर्म और फल सिद्धान्त वर्तमान कर्म, क्रियमाण कर्म, संचित कर्म और प्रारब्ध कर्म..
- तुम ज्ञानी हों अब समझदार बन जाओं प्रश्न – गुरुदेव ‘मैं’ बहुत होशियार हूं, ‘मैं’ बहुत पढ़ा लिखा हूं और..
- तुम निर्बल नहीं सबल हो जीवन्त साधक रुकों नहीं तुम बढ़े चलो… बढ़े चलो… जाग्रत करो कर्म भाव से अपनी..
- साधनात्मक जीवन में सफलता निरन्तरता श्रद्धा और विश्वास निरन्तर ध्यान और स्मृति स तु दीर्घकाल नैरंतर्य सत्काराऽऽसेवितो दृढ़भूमिः॥ श्रद्धा पूर्वक..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु पूर्णिमा महोत्सव में बड़ा ही आनन्द आया। एक महीना बीत..
- क्या श्रीकृष्ण की नीति आज भी सार्थक है? कृष्ण नीति व्याख्या अपने ही कामों में अपने आपको पूरी तरह..
- Pleasure. Happiness and Joy: three words often used interchangeably, still a lot different. Pleasure pertains to the body, happiness relates..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व की आपको बहुत-बहुत बधाई। चारों ओर..
- मेरे सद्गुरु सब ओर आप ही आप हैं यह शरीर यह मन यह भाव सब आपका है हजारों लाखों वर्षों..
- जीवन सिद्धान्त सुख की मात्रा = पूर्ण हुई इच्छाओं की संख्या/ मन में स्थित इच्छाओं की संख्या ठहर रे मनवा..
- या देवी सर्व भुतेषु स्त्री रुपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ नारी शक्ति रुप में स्त्री शक्ति नारी..
- सद्गुरु तत्व मैंने समझा गुरु को… तो समझ गया खुद को… देह भाव से देखने में, श्री गुरु भी..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, सूयदेवता अपने प्रचण्ड स्वरूप में हैं, भीषण गर्मी से पूरा देश तप रहा..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, उपनिषद् का एक वाक्य सद्गुरुदेव बार-बार कहते थे – पूर्णमदः पूर्णमिदं… इस..
- GRACE OF GURU GURU GIVES US WINGS Perfect. Flawless. The credit goes to the Guru whose grace ignites the divinity..
- कृष्ण, बलराम और राक्षस राक्षस इतना छोटा कैसे हो गया प्रेरणादायक आख्यान महाभारत काल की बात है। एक बार कृष्ण..
- योजना पूर्ण कार्य निश्चित लक्ष्य प्राप्ति मैं अपना लक्ष्य प्राप्त करना चाहता हूं पर हर बार हार जाता हूं, यही..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तुम मुझसे मिलने आते हो, कुछ देर मेरे पास बैठते हो, कुछ अपनी..
- सफलता का सरल सिद्धान्त पांच बाते अपना लीजिए आपकी सफलता निश्चित है काम करना और काम में सफल होना इतना..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आपका और मेरा घनिष्टतम् सम्बन्ध है और इसी कारण आप अपने मन की..
- आवश्यक है प्रत्येक शिष्य हेतु शमन दीक्षा पूर्व जन्मकृत दोषों का निवारण शमन का सीधा अर्थ है – समाप्त..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, तीन-तीन महापर्व आ रहे हैं, सर्वप्रथम महाशिवरात्रि आ रही है, जो..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, नववर्ष के शुभारम्भ पर आप सबको बहुत-बहुत बधाई और मेरा आशीर्वाद। यह..
- सृष्टि का आधार शिव और शक्ति का मिलन शिव और शक्ति का रहस्य शिव इस सृष्टि का परम सत्य हैं..
- जिन्दा नहीं जीवन्त बनिये जिन्दगी जिन्दादिली का नाम है मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते है सजग भाव से इच्छानुसार..
- शक्ति का महाभण्डार आपका अचेतन मन अचेतन मन की शक्ति का उपयोग करें अचेतन मन को आज्ञा दें अचेतन मन..
- Beyond and above all forms of mortal relationships exists Guru, the supreme entity and the ultimate truth. In him reside..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, आप लोगों से मैं तो रोज ही बात करता हूं, अपने मन की..
- तत्वमसि : तत्वम्+असि निखिल अविरल प्रकाश पथ शरीर से प्राण तत्व की यात्रा अज्ञान से पूर्ण ज्ञान की..
- 26-27 दिसम्बर 2015 महाबोधि तत्वमसि दीक्षा गुरु कृपा का विस्तार शिष्य में अमृत सिंचन जय गुरुदेव… जय गुरुदेव…..
- साधक साक्षी गुरु कृपा बरसती है गुरु ही तो बाधाएं हरण करते है गुरु कृपा ही केवलम्… गुरु कृपा..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, आशीर्वाद, रविन्द्रनाथ टैगोर की एक कविता मुझे बहुत पसंद आती है, उनकी वह..
- दीपावली और स्वच्छता दीपावली भगवती महालक्ष्मी का ऐसा पर्व है, जिसकी तैयारी बड़े ही जोश के साथ की जाती..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, तुम मेरी कुछ बातों को जान लो, समझ लो। सबसे पहले तुम यह..
- स्वयं की शक्ति आप ईश्वर की अनमोल कृति हैं अच्छा ही होगा – अच्छा ही होगा विचार मंथन और क्रिया..
- मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठायुक्त श्रीयंत्र क्या विशेषता है श्रीयंत्र में? क्यों लक्ष्मी का वास माना जाता है श्रीयंत्र में? कैसे..
- Surrender Your Self Dedicate Your Self Release Your ego In the humdrum of life, things move at a frantic pace..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आज कुछ मन की लिखता हूं – बोलने से अधिक मौन..
- बार-बार गलतियां न दोहरायें सकारात्मक संकल्प से जीवन बदलें सफलता का मार्ग सरल नहीं होता आपकी कमजोरी, तब तक..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, बहुत-बहुत बधाई… गुरु पूर्णिमा महोत्सव में बड़ा ही आनन्द आया। पुरी..
- गुर-शिष्य सम्बन्ध भाव – अनुभूति निश्चिंत, निर्द्वन्द, निर्भय गुरु ही मेरी आस्था गुरु ही मेरा भरोसा ..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै ‘न’ काराय नम: शिवाय॥..
- कौन समझेगा? कौन समझायेगा? यह प्रश्न बड़ा विचित्र है? अपना आंकलन करिये अपने आप पर ध्यान दें मनुष्य..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, अभी पूरे देश में भीषण ग्रीष्म ॠतु का प्रवाह चल रहा है। इस..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, निखिल जयंती के शुभ अवसर पर पटना में विशेष ‘जन्मोत्सव साधना शिविर’ कार्यक्रम..
- ज्वलंत प्रश्न सरल समाधान स्वयं समझना है स्वयं विचार करना है अधिकार निर्बलता इच्छा-आशा दण्ड प्रार्थना समर्पण सुख-सुविधा संस्कार श्रेष्ठता..
- साधना चक्र आध्यात्मिक उन्नति का सोपान बुद्धि से ज्ञान की यात्रा अज्ञात रहस्यों की खोज साधना सिद्धि का क्रमबद्ध विकास..
- संकल्प सिद्धि दिवस संन्यास सिद्धि दिवस आषाढ़ कृष्ण द्वितीया 4 जून 2015 सिद्धाश्रम जयन्ती संस्कार प्राप्ति महादिवस आषाढ़ कृष्ण नवमी..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में उन्नति करना चाहता है और उसकी प्रथम..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, हर हर महादेव, बम-बम बोल…, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः..
- अपनों से अपनी बात…प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, आप सभी साधकों, शिष्यों को बहुत-बहुत आशीर्वाद, आप तो एक के बाद, एक कमाल..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नववर्ष के प्रारम्भ में वसंत ॠतु के आगमन पर उल्लास के इस..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नये वर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई, अभिनन्दन,..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, एक पूरा साल बीत रहा है, पूरे साल में जो भी घटनाएं घटित..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, इस बात की मुझे प्रसन्नता है कि आप सबने मेरी आज्ञा का पालन..
- अपनों से अपनी बात… प्रिय आत्मन्, शुभाशीर्वाद, नवरात्रि के पावन पर्व और महालक्ष्मी कल्प के शुभ अवसर पर मैं आपको..
- In this edition, Gurudev Nandkishore Shrimali talks about Guru poornima shivir, Union of Shiv-Shakti at Amarnath and essence of dedication..
- In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali talks about how one take a journey within ones heart to realise SadGurudev,
- In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali invites all his shisyas to Guru Poornima Shivir at Haridwar,
- In this edition, Gurudev Nand Kishore Shrimali talks about happiness, Click here to read the editorial Jun 2014
- Siddhashram is a boon, bestowed upon mankind, from our ancestors, saints, sages & Yogis of high order. This is synonymous..
- Day and night might be divisions for those who dwell on the lower octaves of a mundane existence, but for..
- CHANTING MANTRAS TO LEAD A FULFILLING LIFE Intense desire(इच्छाशक्ति) coupled with discipline of mind and concentration is necessary to achieve..
- Searching God as if searching for an object is incorrect. God is not an object, it is the name of..
- Eight natural therapists are available to you. These are: Air, Sleep, Thoughts, Exercise, Sun, Fasting, Water and Food. Don’t be..
- The most pious spot in the house is one’s place of worship. It is a place where one can sit..