Bagalamukhi Prapatra
विशेष क्रिया
तीव्र शक्तिपात
मानस सम्पन्दन – शक्ति जागरण
बगलामुखी दीक्षा
* पूज्य गुरुदेव दिनांक 23 अप्रैल 2018 को बगलामुखी जयन्ती पर बगलामुखी मानस दीक्षा प्रदान करेंगे।
* आपको बगलामुखी साधना में सफलता प्रदान कराने हेतु गुरुदेव ने विशेष बगलामुखी महायंत्र एवं बगलामुखी पीताम्बरा माला को शक्ति सम्पुटित एवं प्राणप्रतिष्ठित किया है।
* बगलामुखी महायंत्र की साधना का सरल एवं स्पष्ट विधान स्वयं गुरुदेव ने प्रतिपादित किया है।
* बगलामुखी महायंत्र साधना-पूजन – दिनांक 23 अप्रैल 2018 को प्रातः 06ः00 के बाद गुरुदेव द्वारा प्रदत्त विधान (जो कि आपको साधना पैकेट के साथ प्राप्त होगा) से पूजन-साधना प्रारम्भ करनी है।
* एक बार इस मुहूर्त में पूजन प्रारम्भ करने के पश्चात् शांत भाव से पूजन करते रहें, पूजन, मंत्र जप से अपने आपको चैतन्य बनाएं। इसी काल के दौरान गुरुदेव का स्पर्श आपको अपने ललाट भौहों के मध्य अर्थात् मस्तक पर अनुभव होगा, इस स्पर्श को अपने भीतर उतारते हुए बगलामुखी महायंत्र साधना-पूजन सम्पन्न करें।
* बगलामुखी महायंत्र की साधना सम्पन्न करने के पश्चात् अपने स्थान पर शांति से बैठे रहें और अपने दोनों हाथों में बगलामुखी पीताम्बरा माला लेकर प्रार्थना मुद्रा में बैठ जाएं तथा शांत मद्धम स्वर में बगलामुखी बीज मंत्र (ॐ ह्लीं ॐ… ॐ ह्लीं ॐ… ॐ ह्लीं ॐ…) का उच्चारण करते रहें। मंत्र उच्चारण के समय अपने नेत्रों को बंद कर लें और अपने सहस्रार चक्र में गुरुदेव के मानस विग्रह का ध्यान करें।
* मंत्र जप के समय साधक अपने चारों ओर एक ऊर्जा चक्र को अनुभव करता है। नियमित रूप से मंत्र जप करते रहें, चारों ओर बाह्य जगत में जो भी क्रिया हो रही है उसे होने दें। अपने ध्यान को एकाग्रचित्त रखें और मंत्र जप प्रक्रिया चलने दें। कुछ समय बाद होठों से मंत्र जप क्रिया न होकर मानस से मंत्र जप क्रिया प्रारम्भ हो जाती है। इस क्रिया को भी होने दें। जब तक पूर्ण रूप से बगलामुखी शक्ति से और गुरुदेव से आपका सामंजस्य स्थापित न हो जाए तब तक यह क्रिया करते रहें, उसके बाद पुनः धीरे-धीरे अपने वर्तमान में आएं। यह क्रिया पांच मिनट से 50 मिनट तक की हो सकती है। आप साक्षीभाव से अनुभव करते हुए शक्ति के वर्तुल (चक्र) को अपने चारों और घूमते हुए अपने शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को अनुभव करें।
* दीक्षा मंत्र जप की पूर्णता के पश्चात् तीन बार ॐ… ॐ… ॐ… का उच्चारण कर थोड़ा जल ग्रहण कर लें और गुरु आरती सम्पन्न करें।
* दीक्षा के पश्चात् पीताम्बरा माला को गले में धारण कर लें तथा महायंत्र को पूजा स्थान में स्थापित कर दें।
* दीक्षा काल में पूज्य गुरुदेव द्वारा उत्सर्जित मानसिक तरंगों का प्रवाह का प्रभाव प्रत्येक साधक पर अलग-अलग हो सकता है, आप किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं। बगलामुखी तीक्ष्ण शक्ति हैं, इसके अनुभव कुछ विलक्षण प्रकार के हो सकते हैं। आप बस शांत भाव रखें, साक्षी भाव रखें, किसी प्रकार का आवेश एवं उग्रता न लाएं। आप न तो किसी भाव से जुड़ें, न ही किसी विचार के प्रति उत्साह दिखाएं, न ही घृणा आदि के भाव रखें, एक दृष्टा की भांति अपने मन में आने वाले सभी विचारों, दृश्यों को साक्षी भाव से देखते रहें।
दीक्षा के सम्बन्धित इन बातों का विशेष ध्यान रखें –
# दीक्षा हेतु गुरु शक्ति आपूरित बगलामुखी महायंत्र एवं बगलामुखी पीताम्बरा माला को समय पर प्राप्त कर, सुरक्षित स्थान पर रख दें।
# साधना एवं दीक्षा काल में अपने स्थान से यथा संभव उठें नहीं।
# शांत एवं स्वच्छ स्थान पर साधना – दीक्षा सम्पन्न करें।
# 23 अप्रैल 2018 को शुद्ध एवं सात्विक भोजन ग्रहण करें।
# यह दीक्षा-साधना एक ही समय में हजारों साधकों द्वारा सम्पन्न किए जाने के कारण वातावरण में ऊर्जा व्याप्त हो जाएगी, उस ऊर्जा के वेग से घबराएं नहीं दृष्टा भाव से केवल देखते रहें और मंत्र जप करते रहें।
विशेष ध्यान दें –
* बगलामुखी साधना, मंत्र जप गुरुदेव द्वारा प्राण प्रतिष्ठित साधना से ही करना है। इस साधना-दीक्षा सामग्री पर प्राण प्रतिष्ठा का कार्य चैत्र नवरात्रि में सम्पन्न होगा। उसी सामग्री को आपको स्थापित करना है।
* बगलामुखी साधना दीक्षा का विस्तृत विधान साधकों को साधना सामग्री के साथ भेजा जाएगा, उसी अनुरूप साधकों को पूजन मंत्र जप सम्पन्न करना है।
दीक्षा पैकेट प्राप्त करने का तरीका
* दीक्षा न्यौछावर रुपये 1500/- कार्यालय को प्राप्त होने के पश्चात् ही ‘बगलामुखी दीक्षा पैकेट’ भेजा जायेगा।
* इस हेतु ‘निखिल मंत्र विज्ञान’ के SBI A/c. No. – 32677736690 अथवा UBI A/c. No. – 310001010036403 में 1500/- रुपये जमा करा कर झरू-खप-डश्रळि की छाया प्रति जोधपुर कार्यालय को भेज दें।
* बगलामुखी दीक्षा प्राप्त करने हेतु पत्रिका कार्यालय में फोन (0291-2624081, 2638209) करें अथवा nmv.guruji@gmail.com मेल करें अथवा 9602334847 पर SMS या Whatsapp भी कर सकते हैं। दीक्षा हेतु आप अपनी पत्रिका सदस्यता संख्या, अपना नाम, अपनी उम्र, अपने मोबाईल नम्बर आदि की जानकारी अवश्य दे दें।
* दीक्षा पैकेट प्राप्त करके ही आप बगलामुखी दीक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
* दीक्षा पैकेट का न्यौछावर प्राप्त होने के पश्चात् कार्यालय से रजिस्टर्ड पार्सल, स्पीड-पोस्ट अथवा कूरियर सेवा द्वारा आपको दीक्षा पैकेट भेज दिया जाएगा।
* दीक्षा के सम्बन्ध में विशिष्ट निर्देश आपको व्यक्तिगत रूप से कार्यालय द्वारा प्रदान किये जाएंगे।
Baglamukhi Jayanti – 23 April, 2018,
Monday (Veishaakh Shukla Ashtami)
Special Process
Intense Shaktipaat
Mind Activation – Energy Awakening
Baglamukhi Diksha
Baglamukhi Diksha Muhurath : Diksha Duration Morning 6:00 am to 7:30 am
- Pujya Gurudev will grant Baglamukhi Manas Diksha on Baglamukhi Jayantion 23 April 2018.
- Pujya Gurudev has especially consecrated and sanctified special Baglamukhi Mahayantra and Baglamukhi Pitambara Malato ensure your success in Baglamukhi Sadhana.
- Pujya Gurudev Himself has elucidated a simple and clear process for Sadhana of Baglamukhi Mahayantra.
- Baglamukhi Mahayantra Sadhana-Poojan– You have to start Poojan-Sadhana after morning 6:00 am on 23 April 2018 using the Sadhana procedure elucidated by Gurudev (which you will obtain along with Sadhana packet).
- Once started during the Muhurath, you should continue to quietly perform Poojan, and energize yourself with the Mantra chanting. You will experience divine touch of Pujya Gurudev between your brows on your fore-heaḍ. Accomplish Baglamukhi Mahayantra Sadhana-Poojan imbibing this this divine touch within your own self.
- After accomplishing the Baglamukhi Mahayantra Sadhana, continue to sit quietly at the same spot, takeBaglamukhi Pitambara Malainto your both hands in prayer mudra-pose, and chant Baglamukhi Beeja Mantra (Om Hleem Oṃ … Om Hleem Om … Om Hleem Om) in calm medium tone. Close your eyes during the Mantra chanting and meditate on the divine form of Pujya Gurudev in your Sahastraar Chakra.
- The Sadhak feels a divine energy ring around him during the Mantra chanting. Continue to chant mantras quietly, and whatever actions are occurring in the outer world, let them be. Keep focus on your concentration and continue Mantra chanting process. After some time, the Mantra chanting begins in the mind, instead of from the lips. Let this process happen too. Continue with this process until you achieve a complete resonance with the Baglamukhi Shakti and Gurudev, thereafter bring yourself onto the present world slowly. This process may take anything between 5 minutes to 50 minutes. Witness this experience from a detached perspective, and feel the assimilation of divine energy into your body from the energy ring encircling your body.
- After completion of Diksha Mantra chanting, chant Om … Om … Omthree times and drink some water. Perform Guru Aarti.
- Wear the Pitambara mala in your neck after completion of Diksha initiation and setup the Mahayantra in the pooja altar.
- Every Sadhak will feel a distinct effect-experience of the divine mental vibration-waves emitted by Pujya Gurudev. Do not panic in any situation. Goddess Baglamukhi is an intense Shakti power and you may have some unique remarkable experiences. Keep calm, detached perspective and do not bring in any kind of rage or anguish. You should neither immerse yourself in any emotion, nor show any enthusiasm for any idea, nor display any feeling like hatred etc. Continue to view all kinds of your mental emotions from a detached perspective.
Take special care of these points related to Diksha initiation –
- Arrange to receive the Guru Shakti-power intense Baglamukhi Mahayantra and Baglamukhi Pitambara Mala within time, and keep it in a safe place.
- Do not get up from your seat during the Sadhana and Diksha period.
- Perform Sadhana-Diksha at a quiet and clean place.
- Eat pure Sattvik food on 23 April, 2018.
- This Diksha initiation will be accomplished simultaneously for thousands of Sadhaks, leading to an intense high energy in the environment. Do not fear this high energy intensity, continue to have a detached perspective and keep chanting mantras.
Pay special attention –
- The Baglamukhi Sadhana and Mantra chanting should be performed using only the Sadhana articles sanctified-consecrated by Gurudev. This consecration-sanctification of Sadhana-Diksha articles will be performed during Cheitra Navraatri. You have to setup the same Sadhana articles.
- The complete Sadhana-Diksha procedure will be sent to Sadhaks along with the Sadhana articles, and the Sadhaks should perform Poojan-Mantra chanting using that procedure.
How to obtain initiation packet-
- The “Baglamukhi Diksha Packet” will be sent only after receipt of the payment Rs.1500 /- at the office.
- Send a photo of Pay-in-Slipto Jodhpur office after making a payment of 1500 /- in the SBI A/C # 32677736690 or UBI A/C # 310001010036403 of Nikhil Mantra Vigyan.
- You can use the magazine office phone (0291-2624081, 2638209)or email at guruji@gmail.com orSMS or Whatsapp at 9602334847 to request for Baglamukhi Diksha. You should provide your magazine membership number, your name, your age, and Mobile number etc. to obtain Diksha.
- You can obtain Baglamukhi Diksha only after obtaining the Diksha packets.
- The Diksha packet will be sent to you from office through registered post, speed-post or courier after receipt of payment for Diksha packet.
Specific instructions regarding the Diksha initiation will be provided to you personally by the office.